केजरीवाल कॉरपोरेट घरानों तथा सिख विरोधी शक्तियों द्वारा पंजाब में उतारा गया ‘‘ घास में छिपा सांप’’: शिरोमणी अकाली दल
केजरीवाल कॉरपोरेट घरानों तथा सिख विरोधी शक्तियों द्वारा पंजाब में उतारा गया ‘‘ घास में छिपा सांप’’:
केजरीवाल ने मोहल्ला क्लीनिक नही, मोहल्ला शराब के ठेके बनाए दिल्ली की पहचान: सरदार हरचरन बैंस
चंडीगढ़/09फरवरी: शिरोमणी अकाली दल ने आज इल्जाम लगाते हुए आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल कहा है कि वे वास्तव में कॉरपोरेट घरानों तथा सिख विरोधी शक्तियों द्वारा पंजाबियों खासतौर पर सिखों तथा किसानों के मन में दुविधा पैदा करने के लिए ‘‘ घास में छिपा सांप ’’ के तौर पर पंजाब चुनावों में उतारा है, जो सिखों तथा किसानी को छिपकर डंग मारने की नीयत से यहां आया है।
आज पार्टी के कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल के प्रमुख सलाहकार सरदार हरचरन बैंस ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को सिख विरोधी ‘‘ बहरूपिया’’ करार देते हुए कहा कि देश की पार्लियामेंट द्वारा किसान विरोधी काले कानून वापिस लेने के बाद भी दिल्ली सरकार द्वारा उनमें से सबसे खतरनाक काला कानून अभी भी दिल्ली में लागू किया हुआ है।
सरदार बैंस ने कहा कि कल मायावती जी की रैली में ‘‘ पंथक ताकत तथा दलित शक्ति’’ की बहुतायत इकट्ठ से घबराकर केजरीवाल इतने बदल गए कि वह अपने वर्करों पर भरोसा छोड़कर अकाली दल के वर्करों के दरवाजों से वोटों की भीख मांग रहे हैं। ‘‘ मैंने इतनी दयनीय हालत कभी भी किसी अन्य नेता की नही देखी।
आम आदमी पार्टी के नेता केजरीवाल तथा भगवंत मान को खुली बहस के लिए ललकारते हुए सरदार बैंस ने कहा कि यदि वह अपने आप को बहुत बड़े व्यक्ति समझते हैं तो वह किसी भी प्रवक्ता को नामजद कर इस मुददे पर टेलीविजन पर समुह पंजाबियों के सामने लाईव तथा खुली बहस की चुनौती को स्वीकार करने की हिम्मत दिखाएं।
सरदार बैंस ने किसानों, किसान नेताओं तथा जत्थेबंदियों तथा समुह पंजाबियों से अपील की कि वह समुह सिखों तथा किसानों से नफरत करने वाले नेता अरविंद केजरीवाल से सचेत रहें क्योंकि ‘‘ वह घास में छिपा हुआ सांप, जोकि फन वाले सांप से ज्यादा खतरनाक होता है, क्योंक वह नजर नही आता’’।
सरदार बैंस ने स. जोगिंदर सिंह उगराहां तथा स. बलवीर सिंह राजेवाल समेत समुह किसान नेताओं से केजरीवाल द्वारा पंजाब के किसानों के विरूद्ध पराली जलाने के बदले एक करोड़ रूपये के जुर्मानें, पंजाब के दरिया के पानी को अन्य राज्यों को देने के बारे सुप्रीम कोर्ट में दर्ज करवाए मामले तथा काले कानूनों को दिल्ली में लागू रखने वाले केजरीवाल के असली किसान विरोधी चेहरे को नंगा करने के लिए आगे आने की अपील की।
सरदार बैंस ने पंजाब चुनावों को ‘‘ ए बी सी बनाम पी’’ (आम आदमी पार्टी, भाजपा तथा कांग्रेस बनाम पंजाब) युद्ध करार देते हुए कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली में कारॅपोरेट घरानों के आदेश तथा किसान विरोधी कानून वापिस नही लिए। कॉरपोरेट घरानों के आदेश पर ही केजरीवाल ने दिल्ली में डी टी सी की बसों की फ्लीट में बढ़ोतरी करने से इंकार कर ओला , उबर जैसे कॉरपोरेट घरानों को बड़ा लाभ पहुंचाया जा रहा है, जबकि पंजाब में यह प्राईवेट बसों को बंद करके पंजाब रोडवेज को प्रफुल्लित करने के झूठे बोल रहा है। इसी तरह पंजाब में तो वह शराब माफिया खत्म करके सरकारी ठेके खोलने की बात करता है, पर दिल्ली में शराब का सारा कारोबार कॉरपोरेट घरानों के हवाले कर दिया है, जिन्होने हर मोहल्ले में ठेके खोल दिए हैं तथा दिल्ली की महिलाओं को बाजारों तथा सड़कों पर आकर केजरीवाल के विरूद्ध सिआपा कर रही हैं कि उसने दिल्ली के नौजवानों को नशे में डूबों दिया है। अब दिल्ली उन क्लीनिकों के लिए, बल्कि मोहल्ला ठेकों के लिए मशहूर हो चुका है।
श्री केजरीवाल तथा उनके ‘‘ सूबेदार’’ राघव चडडा द्वारा आखिकार पंजाबी बोलने पर मजबूर होने पर तंज कसते हुए सरदार बैंस ने कहा कि ‘‘ मैं पहले ही कह रहा था कि इन्हे पंजाबी आती है ,पर यह पंजाबी को नफरत करते हैं , इसीलिए पंजाब में पंजाबी बोलने से इंकार करते हैं। अब बिल्ली थैले से बाहर आ गई है। फिर भी पंजाबियों तथा पंजाबी बोली के समर्थक एवं प्रेमियों को मुबारकबाद देता हूं’’।